जयपुर। भारत के सामान्य लोगों के लिए वाहन बनाने के कारण और उनके द्वारा सहज ही पसंद किये जाने के कारण महिन्द्रा एन्ड महिन्द्रा ग्रामीण भारतीय परिवेश के लिए और सम्पूर्ण भारत के लिए अस्वभाविक लीडर थे। हांलाकि, इस तथ्य से किनारा नहीं किया जा सकता कि पिछले कुछ समय में महिन्द्रा की पकड एसयूवी सेगमेंट पर और इसके साथ ही बाजार पर खत्म हो गई है। कई नये खिलाडियों ने महिन्द्रा एन्ड महिन्द्रा के हिस्से का बाजार खा लिया है।
आपको बता दें, महिंद्रा ने अब फिर से वापसी की ठानी है और इसी क्रम में कंपनी ने इस साल की शुरुआत में एक्सयूवी 300 को अच्छी सफलता के साथ पेश किया, साथ ही अगली पीढ़ी के थार, स्कॉर्पियो और एक्सयूवी 500 2020 में डेब्यू के लिए काम कर रहे हैं
आंकडों पर जायें तो वित्त वर्ष 2019 में महिंद्रा का यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट का हिस्सा 55 फिसदी से घटकर लगभग 24 से 25 फीसदी रह गया है। नए उत्पाद विकास के तहत, महिंद्रा ने ‘प्लेटफॉर्म स्ट्रक्चर’ नामक एक नई पहल शुरू की है। जो अंतिम निर्णय लेने की प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने पर केंद्रित है, क्योंकि प्रत्येक परियोजना प्रमुख के पास विभिन्न विभागों से काम करने वाली एक समर्पित टीम है। कंपनी को 2020 ऑटो एक्सपो में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों सहित कई आगामी उत्पादों को प्रदर्शित करके एक बड़ा प्रभाव बनाने की उम्मीद है।
आंकडों पर जायें तो वित्त वर्ष 2019 में महिंद्रा का यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट का हिस्सा 55 फिसदी से घटकर लगभग 24 से 25 फीसदी रह गया है। नए उत्पाद विकास के तहत, महिंद्रा ने ‘प्लेटफॉर्म स्ट्रक्चर’ नामक एक नई पहल शुरू की है। जो अंतिम निर्णय लेने की प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम करने पर केंद्रित है, क्योंकि प्रत्येक परियोजना प्रमुख के पास विभिन्न विभागों से काम करने वाली एक समर्पित टीम है। कंपनी को 2020 ऑटो एक्सपो में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों सहित कई आगामी उत्पादों को प्रदर्शित करके एक बड़ा प्रभाव बनाने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि महीन्द्रा के नये प्रोडक्टस जो इस तकनीक पर आधारित है। इसके साथ ही महिन्द्रा के नये वाहनों कि तकनीक पहले से काफी बेहतर है जिससे महिन्द्रा के लिए बाजार पहले से बेहतर हो सकता है।
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